आगरा, 25 अगस्त 2025 – ताजमहल की नगरी आगरा में रोजगार की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के कारण यहां के युवाओं को नए अवसर मिल रहे हैं। हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार, आगरा में 2025 के दौरान सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में हजारों नई नौकरियों के अवसर उपलब्ध हैं।
पर्यटन उद्योग में नई संभावनाएं
आगरा का पर्यटन उद्योग हमेशा से ही यहां की अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहा है, लेकिन अब यह क्षेत्र और भी मजबूत हो रहा है। कोविड-19 के बाद पर्यटन में आई गिरावट से उबरते हुए, अब यहां के होटल इंडस्ट्री में तेजी से भर्तियां हो रही हैं। ओबेरॉय अमरविला, होटल ताज रिसॉर्ट्स, डबल ट्री बाई हिल्टन आगरा, और ताज होटल जैसे हाई-प्रोफाइल होटलों में नौकरी के अवसर बढ़ रहे हैं।
होटल मैनेजमेंट से जुड़े राहुल शर्मा बताते हैं, “पिछले छह महीनों में हमने देखा है कि विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसके साथ ही डोमेस्टिक टूरिज्म भी बढ़ा है। इसलिए होटल्स में हाउसकीपिंग से लेकर मैनेजमेंट तक के लेवल पर लोगों की जरूरत है।”
सरकारी नौकरियों में भी तेजी
आगरा में सरकारी नौकरियों के लिए अकाउंटेंट, असिस्टेंट प्रोफेसर, क्लर्क, कंप्यूटर ऑपरेटर, कुक, डेटा एंट्री ऑपरेटर, ड्राइवर, इलेक्ट्रिशियन, इंजीनियर, जूनियर रेजिडेंट, लैब अटेंडेंट, लैब टेक्नीशियन और लेक्चरर जैसे पदों पर भर्तियां हो रही हैं। यूपी सरकार की रोजगार नीति के तहत इन सभी पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।

जिला रोजगार अधिकारी सुनीता गुप्ता के अनुसार, “इस साल हमने देखा है कि आगरा जिले में सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले युवाओं की संख्या में 35% की बढ़ोतरी हुई है। खासकर महिला आवेदकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।”
स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम का योगदान
उत्तर प्रदेश स्किल डेवलपमेंट मिशन के तहत 14-35 आयु वर्ग के सभी पात्र युवाओं को किसी भी सेक्टर में अपने चुने हुए कोर्स के साथ प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह योजना आगरा के युवाओं के लिए वरदान साबित हो रही है।
आगरा स्किल डेवलपमेंट सेंटर के निदेशक अमित कुमार बताते हैं, “हमारे यहां इस साल 3,500 से अधिक युवाओं ने विभिन्न ट्रेड्स में ट्रेनिंग ली है। इनमें से 78% को ट्रेनिंग पूरी होने के 3 महीने के अंदर नौकरी मिल गई। सबसे ज्यादा डिमांड इलेक्ट्रिशियन, प्लंबिंग, मोटर मैकेनिक, और कंप्यूटर ऑपरेटर के कोर्स की है।”
रोजगार संगम की भूमिका
उत्तर प्रदेश के रोजगार संगम कार्यक्रम के तहत कुशल कैंडिडेट्स को नियोक्ताओं के साथ जोड़ा जा रहा है, जो व्यापक करियर गाइडेंस, ट्रेनिंग और रोजगार के अवसर प्रदान कर रहा है। यह इनिशिएटिव आगरा के युवाओं के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है।
प्रदीप कुमार, जो हाल ही में रोजगार संगम के जरिए एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब पाया है, बताते हैं, “मैंने बीटेक किया था लेकिन दो साल से नौकरी नहीं मिल रही थी। रोजगार संगम में रजिस्ट्रेशन के बाद सिर्फ 15 दिन में मुझे इंटरव्यू का कॉल आया और अब मैं एक अच्छी कंपनी में काम कर रहा हूं।”
हेल्थ सेक्टर में बूम
आगरा में हेल्थ सेक्टर में भी नौकरी के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं। नए हॉस्पिटल्स और मेडिकल कॉलेजेस के खुलने से यहां डॉक्टर्स, नर्सेस, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की मांग बढ़ गई है। सर्जन और अन्य मेडिकल प्रोफेशनल्स आगरा में सबसे अधिक कमाई करने वाले प्रोफेशनल्स में से हैं।
डॉ. रविकांत मिश्रा, जो एक प्राइवेट हॉस्पिटल के सीईओ हैं, बताते हैं, “कोविड के बाद लोगों में हेल्थ के प्रति जागरूकता बढ़ी है। इसलिए हमारे यहां पेशेंट्स की संख्या बढ़ रही है और हमें अधिक स्टाफ की जरूरत है। हमने पिछले साल 200 से अधिक लोगों को नौकरी दी है।”
आईटी सेक्टर में नए अवसर
आगरा में आईटी सेक्टर भी धीरे-धीरे पनप रहा है। कई छोटी-बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनीज यहां अपने ऑफिस खोल रही हैं। सरकार की ‘डिजिटल इंडिया’ पहल के तहत यहां साइबर कैफे, डिजिटल सेवा केंद्र और ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।

तकनीकी शिक्षा बोर्ड के अधिकारी संजय अग्रवाल बताते हैं, “आगरा में आईटीआई और पॉलिटेक्निक के स्टूडेंट्स को अब लोकल लेवल पर ही अच्छी नौकरियां मिल रही हैं। पहले ये बच्चे दिल्ली या गुड़गांव जाने को मजबूर थे।”
चुनौतियां और समाधान
हालांकि आगरा में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं। मुख्य समस्या यह है कि कई युवा अभी भी सिर्फ सरकारी नौकरी के इंतजार में बैठे रहते हैं और प्राइवेट सेक्टर या स्किल-बेस्ड जॉब्स को नजरअंदाज करते हैं।
करियर काउंसलर डॉ. प्रिया शर्मा का कहना है, “युवाओं को समझना चाहिए कि आज के जमाने में स्किल ही सबकुछ है। सरकारी नौकरी के साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर में भी अच्छे अवसर हैं। जरूरत है अपनी मानसिकता बदलने की।”
महिला रोजगार में सुधार
आगरा में महिलाओं के रोजगार की स्थिति में भी सुधार देखने को मिल रहा है। स्वयं सहायता समूहों के जरिए महिलाएं छोटे-मोटे बिजनेस शुरू कर रही हैं। खासकर हैंडिक्राफ्ट, टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में महिला उद्यमियों की संख्या बढ़ी है।
जिला महिला कल्याण अधिकारी सुषमा देवी बताती हैं, “पिछले दो साल में हमने 5,000 से अधिक महिलाओं को विभिन्न रोजगारोन्मुख कार्यक्रमों से जोड़ा है। इनमें से 60% महिलाएं अब आर्थिक रूप से स्वावलंबी हो गई हैं।”
भविष्य की संभावनाएं
आगरा में रोजगार की स्थिति के लिए भविष्य उज्ज्वल दिखता है। यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की वजह से यहां कनेक्टिविटी बेहतर हुई है, जिससे नई कंपनीज का यहां आना आसान हो गया है। सरकार भी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के लिए नई पॉलिसी लेकर आई है।

इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर राजेश कुमार सिंह के अनुसार, “हमने आगरा में तीन नए इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की योजना बनाई है। इससे अगले पांच साल में 50,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।”
निष्कर्ष
आगरा में रोजगार की स्थिति में आया सुधार एक अच्छा संकेत है। सरकारी योजनाओं, स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम और प्राइवेट सेक्टर के विकास से यहां के युवाओं को अच्छे अवसर मिल रहे हैं। जरूरत है सिर्फ सही दिशा में मेहनत करने की और अपनी क्षमताओं को पहचानने की।
युवाओं को चाहिए कि वे पारंपरिक नौकरी की मानसिकता से बाहर निकलकर नए क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमाएं। आगरा में रोजगार के अवसर हैं, बस जरूरत है उन्हें पहचानने और उनका फायदा उठाने की।
यह रिपोर्ट स्थानीय सूत्रों और सरकारी डेटा के आधार पर तैयार की गई है।